Motivational Poem in Hindi Berojgari ne Tudwa di Yaari | रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी:- यह कविता आज के समय में जो दिन-ब-दिन फैलने वाली बेरोजगारी है और उससे जो रिश्ते टूट रहे है उनकी कड़वी सच्चाई को बताने का काम कर रही है। आज के समय में जब हर कोई अपने भविष्य को लेकर परेशान है बेरोजगारी न केवल आर्थिक समस्याएं लाती है बल्कि व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्ते-नातों को भी प्रभावित करती है। यह कविता उन भावनाओं को उजागर करती है जब दोस्ती और दोस्ती में किये गए वादे बेरोजगारी के कारण टूटने लगते हैं।
एक वक्त था जब दोस्ती और दोस्ती में किये गए वादे जिंदगी का बेहद बड़ा आधार हुआ करते थे इस खतरनाक बेरोजगारी ने सबको बर्बाद कर के रख दिया है। पहले जहां साथ जीने-मरने के वादे किए जाते थे वहीं आज दोस्ती को टूटने में बिलकुल भी टाइम नही लगता है। यह कविता उस दर्द की कहानी को थोड़े से शब्दों में बयाँ करने का काम कर रही है जो बेरोजगारी के कारण हर दिन हर किसकी को महसूस होती रहती है।
“ऐसे यार के मिले रै यराने
बेराँ ना किस-किस के सुणन नै तानै मिले
देख कितणे रै लोगां नै घुंट जहर के भर राखे थे
अरै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे”
तो आइए दोस्तों पढ़ते हैं आज की दोस्ती की सचाई बताती हुई इस बेहतरीन काव्य कविता को….
रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे..
जे मैं नौकरी लाग्या तो साम्भ लूंगा तनै रै
अर उसने भी लागै पाछे
सारे खर्चे रै ठाण के हामें भर राखे थे
रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे..
ऐसे यार के मिले रै यराने
बेराँ ना किस-किस के सुणन नै तानै मिले
देख कितणे रै लोगां नै
घुंट जहर के भर राखे थे
अरै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे..
दिल नै बणाया था यो रिश्ता रै
के बेराँ कित तै आया था एक फरिश्ता रै
जिस खातर जिंदगी मैं इतणे बणाये बहाने थे
अरै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे..
यो दीप-लोहारी इब कित जावैगा
तोड़ कै यारी वो भी पछतावैगा
इसे तो कच्चे ना लगा राखे यराने थे
अरै बेरोजगारी नै तुडवा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे.!!
~कुलदीप संभ्रवाल
दोस्तों इस कविता के अंत में बस यही दिखाता है कि बेरोजगारी ने न सिर्फ सबकी आर्थिक स्थिति पर असर डाला बल्कि हमारे समाज के हर रिश्तों पर भी अपना गहरी छाप छोड़ने का काम भी किया है। वो रिश्ते जो कभी अलग ही अहमियत रखते थे वो अब इस बेरोजगारी की आग में जल कर पल-पल बिखरते दिखाई दे रहे है।
बेहतरीन हिंदी काव्य कविता (Motivational Poem in Hindi Berojgari) और आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी साइट Sapnokdiary पर आपका स्वागत है। अगर आपको पढ़ने के बाद कोई भी Post अच्छी लगे तो Please Post को ,शेयर,लाइक और कमेंट करे आपका बहुत-बहुत धन्यवाद साइट पर Visit करने के लिए…
हमारे द्वारा Berojgari ne Tudwa di Yaari पर लिखी गई यह हिंदी कविता कैसे लगी प्लीज दोस्तो शेयर एंड कमेंट करके जरूर बताये ताकि हम और बेहतरीन-बेहतरीन कविता लिख सके।
“दिल नै बणाया था यो रिश्ता रै
के बेराँ कित तै आया था एक फरिश्ता रै
जिस खातर जिंदगी मैं इतणे बणाये बहाने थे
अरै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी
ना तै जीण-मरण के वादे हजार कर राखे थे”
Berojgari ne Tudwa di Yaari Hindi Poetry in Life
R Berojgari N Tudwa Di R Yaari
Na Tai Jeen-Maran Ke Vade Hajar Kar Rakhe The..
Je Main Nokari Lagya To Sambh Lunga Tane R
Ar Usne Bhi Lage Pachhe Sare Khrche R Than Ke Hame Bhar Rakhe The
R Berojgari N Tudwa Di R Yaari
Na Tai Jeen-Maran Ke Vade Hajar Kar Rakhe The..
Aise Yaar Ke Mile Rai Yarane Bera N Kis-Kis Ke Sunan N Tane Mile
Dekh Kitane R Logan Nai Ghunt Jahar Ke Bhar Rakhe The
R Berojgari N Tudwa Di R Yaari
Na Tai Jeen-Maran Ke Vade Hajar Kar Rakhe The..
Dil Nai Banaya Tha Yo Rishta Rai
Ke Bera Kit Tai Aaya Tha Ek Farishta R
Jis Khatar Jindagi Main Itane Banaye Bahane The
R Berojgari N Tudwa Di R Yaari
Na Tai Jeen-Maran Ke Vade Hajar Kar Rakhe The..
Yo Deep-Lohari Ib Kit Javega Tod Kai Yari Vo Bhi Pachhatavega
Ise To Kache Na Laga Rakhe Yarane The
R Berojgari N Tudwa Di R Yaari
Na Tai Jeen-Maran Ke Vade Hajar Kar Rakhe The..
Write by:~Kuladep Samberwal
रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी | Click now |
Welcome to our site Sapno Ki Diary where you can read the best Hindi poetry and articles, including Motivational Poems in Hindi on Berojgari. If you enjoy any post feel free to share, like, and comment on it. Your support means a lot to us. Thank you very much for visiting our site and we hope to see you again soon..
“Dil Nai Banaya Tha Yo Rishta Rai
Ke Bera Kit Tai Aaya Tha Ek Farishta R
Jis Khatar Jindagi Main Itane Banaye Bahane The
R Berojgari N Tudwa Di R Yaari
Na Tai Jeen-Maran Ke Vade Hajar Kar Rakhe The”
All Post:-
- Romantic Poetry in Hindi Nafarton Ke Daur Me Pyaar
- Love And Life Poetry in Hindi Jindagi Kee Kitaab | Sardi Ki Sheet Hava
- Sawle Se Rang Ka Chhora Love Poetry in Hindi | सावले से रंग का छोरा
- Desh Bhakti Poem in Hindi Meri Aankhan Mai Pani Aa Gaya Laadle Rai
- Motivational Poem in Hindi Berojgari | रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी