अपराध और अपराधी (Crimes And Criminals):-
भारत देश एक लोकतांत्रिक देश है जहां अपराध करना बहुत बड़ा जुर्म तो है ही बल्कि Crimes होते देखना और सहन करना भी कानूनी तौर पर अपराध ही है,अगर आज हम अपने आस-पास देखें तो हर रोज़ कोई न कोई अपराधिक घटना होती दिखाई देगी मगर हम उस अपराध को न रोक कर एक अपराध और कर देते हैं जिस कारण हम देश व समाज के अपराधी बन जाते हैं,
अगर एक बार हम अपने अतीत मे झाक कर देखें तो जो आज हो रहा है बिल्कुल ज्यों कि त्यों स्थिति नजर आयेगी, जैसे हमारे पूर्वज जुर्म सहते थे और विरोध करने मे अपनी विवशता जाहिर करते थे और एक-दूसरे पर जुर्म होते वक्त कुछ नहीं बोलते थे, आज हम भी हमारे देश में बिल्कुल उसी प्रकार कि स्थितियों को उत्पन्न करते जा रहे हैं, जो कल को हमारे भविष्य में बहुत बडी समस्या बनकर खडी हो जायेगी,
अपराध करने का न तो कोई समय होता है और न ही कोई सीमा, इस लोकतांत्रिक देश में Crimes को रोकने में केंद्र सरकार व राज्य सरकार हर प्रकार के प्रयास कर रही है, परन्तु इस प्रकार अकेले सरकार अपराध को खत्म नहीं कर सकती हमारा भी दायित्व है कि हम भी अपने आस पास होते जुर्म को रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास करें और अपराध की जानकारी सरकारी विभाग में देने का काम करें,,
अपराध और अपराधियों को अगर हम चाहे तो काफी हद तक रोक सकते हैं, केवल संवैधानिक सीमा में रह कर के, हमारे संविधान ने हमें बहुत सारे अधिकार दिए है जो अपने मान सम्मान की रक्षा के लिए प्रदान किये हैं,
अतः अपने अधिकारों का कानून के दायरे मे रहकर इस्तेमाल करें और एक अपराध मुक्त भारत के सपने को साकार करने में अपनी अहम भूमिका निभाए..!
~कुलदीप सभ्रवाल
Read More
- Romantic Poetry in Hindi Nafarton Ke Daur Me Pyaar
- Love And Life Poetry in Hindi Jindagi Kee Kitaab | Sardi Ki Sheet Hava
- Sawle Se Rang Ka Chhora Love Poetry in Hindi | सावले से रंग का छोरा
- Desh Bhakti Poem in Hindi Meri Aankhan Mai Pani Aa Gaya Laadle Rai
- Motivational Poem in Hindi Berojgari | रै बेरोजगारी नै तुड़वा दी रै यारी