Best Hindi Poems on Dosti | Friendship Poem in Hindi | दोस्ती कविता

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Hindi Poems on Dosti | Friendship Poem in Hindi | दोस्ती कविता-“नमस्कार, दोस्तों। आज मैं आपके सामने अपने दिल की गहराइयों से निकली एक कविता प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। यह कविता जीवन में एक अच्छे और प्यारे दोस्त के आ जाने के बाद जो उसके साथ बिताए हुए दिन है उनके अनुभवों और खुद की भावनाओं और उन लम्हों की झलक है जो हम अपने दोस्तों के साथ बिताते है या हम अपने दोस्तों के साथ जीते हैं उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा लिखी गई है यह कविता आपके दिल को छू सकेगी और आपको भी आपके जीवन में किसी खास पल की याद दिला सकेगी तो चलिए दोस्तों पढ़ते हैं लिखी गई यह कविता…

तेरी दोस्ती पाकर | Hindi Poem on Dosti

तेरी दोस्ती को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ..
 
 अब सोचता रहता हूँ तेरे बारे में हर दम
कभी अनपढ़ था मैं
जो अब एक ठीक-ठाक सा कलमकार हो गया हूँ,
तेरी दोस्ती को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ,
 
Hindi Poems on Dosti
Hindi Poems on Dosti | Friendship Poem in Hindi | दोस्ती कविता
हमें मालूम है तुम हमें भुलाने कि फिराक में रहते हो आज-कल
शायद मैं तुम्हारी हँसती हुई दुनिया का गुनहगार हो गया हूँ..
तेरी Dosti को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ…
 
 भला पहले क्या कम थी परेशानियाँ तुम्हारे जीवन में यारा
जो अब मैं भी तुम्हारे रास्ते का कांटा यार हो गया हूँ,
तेरी दोस्ती को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ,
 
 आवेश मैं आकर कोई वायदा मत करना मेरे प्यारे
हमें तुमसे उम्मीद बहुत है
इसलिए तुमसे आज-कल थोड़ा दूर हो गया हूँ…
तेरी दोस्ती को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ,
 
फिक्र मत कर मेरे जैसे मन मौजी कि
तु खुद के बारे में सोच और सिर्फ सोच कर रोजी-रोटी कि,
इस दीप लोहारी का कुछ नहीं है जहान में
इसके साथ मैं भी अब एक टुटा हुआ ऐतबार हो गया हूँ..
तेरी दोस्ती को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ,
 
दर्द बेहद सहे है तुने इस नादान सी उम्र में
और एक मैं हूँ जो तेरे एक और दर्द का हथियार हो गया हूँ..
तेरी Dosti को पाकर
न जाने कितना बड़ा अवतार हो गया हूँ.!!
 
~कुलदीप सभ्रवाल

“teri dosti ko pakar n jane kitana bada avatar ho gya hoon”

Teri Dosti Ko Pakar N Jane Kitana Bada Avatar Ho Gya Hoon-कविता के Last मे बस यही कहना चाहेंगे दोस्तों की हमारे जो कोई भी दोस्त होते हैं जिनके अंदर अगर कोई भी गलत आदत है तो वह आदत हमें उन्हें स्पष्ट रूप से बता देनी चाहिए और हमारे अंदर जो कोई गलत आदत है तो हमारे दोस्त के द्वारा हमें बता देनी चाहिए और कोई भी ऐसी बाद एक दूसरे के प्रति नहीं करनी चाहिए जिससे एक दूसरे का दिल दुख जाए या फिर दोस्ती के बीच कोई मन मुटाव पैदा हो जाए हमें एक दूसरे की कुछ इस कदर संभाल करनी चाहिए कि हमारा रिश्ता और भी गहरा होता जाए ना की एक दूसरे की बुराई करनी चाहिए।

नोट:- 

तो बताइये दोस्तों आप सभी को हमारी हिंदी कविता /Best Hindi Poems on Dosti | Friendship Poem in Hindi | “दोस्ती” हिंदी कविता कैसी लगी :- अगर हमारे द्वारा कोई भी शब्द गलत लिखा गया है या फिर आपको हमारी इस कविता में कोई भी लाइन अच्छी या बेहद अच्छी लगी है तो उसके बारे में आप हमे कमेंट करके बता सकते है |इसी तरह या फिर और नई-नई कविता,आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहे |और आप इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर करते रहे…

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“Hame Maloom Hai Tum Hame Bhulane Ki Phirak Mein Rahate Ho Aaj-Kal Shayad Mai Tumhare Hansate Hue Duniya Ka Gunahgar Ho Gya Hoon”

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