कभी रेप किया कभी दूसरों के हाथों बेच दिया बस इसी तरह तो किया है शोषण मेरा
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औरत हुँ पत्थर तो नहीं | Very Emotional Aurat Hun Patthar To Nahin In Hindi Poem:- यह कविता औरतों की भावनाओं और सामाजिक जीवन जीने ...
Hindi Poetry on Sharaft Gujra Hua Kal | शराफत जिंदगी जैसे गुजरा हुआ कल
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Hindi Poetry on Sharaft Gujra Hua Kal Ki Kahani | शराफत जिंदगी जैसे गुजरा हुआ कल हो गई है:-हमारी इस भागदोढ़ वाली दुनिया में जहां ...